प्रतिवेदन
कल के दिन का आरम्भ समूह "राजा राम मोहन राय" के द्वारा सुबह की प्रार्थना से हुआ I इसके अंतर्गत विचार, समाचार, विशेष कार्यक्रम, और चौथे दिन का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया |
दिन का पहला व्याख्यान श्री संजय चौहान, स्नात्तकोतर शिक्षक (अंग्रेजी), केंद्रीय विद्यालय संगठन, आंचलिक शैक्षणिक एवं प्रशिक्षण संस्थान चंडीगढ़ द्वारा प्रस्तुत किया गया इसमें उन्होंने कार्यक्षेत्र में मौलिक शैक्षिक गतिविधियों को शिक्षण एवं प्रशिक्षण में शामिल करने पर बल दिया |
तदोपरांत डॉ. एन. के. पचौरी, संसाधक द्वारा माननीय गुलज़ार द्वारा रचित एवं पठित कविता "किताबें झांकती है बंद अलमारी के शीशे से" विडियो के माध्यम से पुस्तकों के महत्व पर प्रकाश डाला |
अगला व्याख्यान श्रीमती पिया ठाकुर निदेशिका एवं उपायुक्त के. वि. स. जीट चंडीगढ़ द्वारा दिया गया, जिसमे उन्होंने पुस्तकालय की साज-सज्जा एवं उचित रख-रखाव पर प्रकाश डाला ताकि पाठक रूचि से पुस्तकालय की ओर आकर्षित हों |
सेवाकालीन प्रशिक्षण शिविर के समन्वयक श्री सुनील सैनी द्वारा ई-ग्रंथालय के संगणक में विस्थापन, स्थापन, पुनर्स्थापन एवं इसके क्रियान्वयन सम्बन्धी समस्याओं पर तीन सत्रों में विस्तार से जानकारी उपलब्ध करवाई |
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